इकोनॉमी | बड़ा आर्टिकल
रूल तो कांग्रेस राज में भी बदला गया था, अडानी नहीं माल्या की कहानी से समझिए समाज विरोधी नियत!
आज अडानी के मसले पर राहुल गांधी ने संसद में पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. बात दूसरी है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा जो इससे पहले वे कह ना चुके हों. मुख्य रूप से उन्होंने नियमों में फेरबदल करने और अडानी के अनुभव पर सवाल उठाया. लेकिन विजय माल्या जैसा ब्लंडर करने वाले राहुल के तमाम सवाल हवा हवाई नजर आ रहे थे.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
सर्जिकल स्ट्राइक का दिग्विजय सिंह ने सबूत मांगा था, और ट्रंप के मंत्री ने दे दिया
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान से दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को भले ही निराश होना पड़ा हो, लेकिन अमेरिका के विदेश मंत्री रहे माइक पॉम्पियो (Mike Pompeo) की किताब में सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र कांग्रेस नेता की जिज्ञासा शांत जरूर कर सकता है.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें
वीर सावरकर का सियासी दल विरोध कर सकते हैं, लेकिन भारत की जनता नहीं!
2002 में विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न के रूप में सम्मानित करने का वादा वाजपेयी के शासन के दौरान सामने आया था, लेकिन राष्ट्रीय नाराजगी के बाद इसे खारिज कर दिया गया था. पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय मनमोहन सिंह ने साल 2005 में अंडमान निकोबार के हवाई अड्डे का नाम बदलकर वीर सावरकर कर दिया था.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
राहुल गांधी ने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने का कार्यक्रम सरप्राइज विजिट जैसा क्यों बनाया?
पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) शुरू करने से पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का मत्था टेकने के लिए स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) का कार्यक्रम बनाना भी भारत जोड़ो यात्रा के तहत मंदिर और दरगाहों के दौरे जैसा ही है, मुद्दा नाजुक होने की वजह से बवाल तो होना ही था.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
राहुल गांधी को समझना होगा कि मोदी के खिलाफ अदानी के इस्तेमाल में क्या लोचा है
गौतम अदानी (Gautam Adani) के राजस्थान में निवेश को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान से जो कन्फ्यूजन हुआ था, वो बढ़ता जा रहा है - क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ अपना केस मजबूत करने के लिए वो अदानी का इस्तेमाल करते हैं?
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
जब यूपीए सरकार में भारत-चीन सीमा टकराव की रिपोर्टिंग करने वाले दो पत्रकारों पर FIR हुई थी!
सवाल है, तत्काल सेना या सरकार के वर्ज़न को कॉन्ट्रडिक्ट क्यों किया जाए? खासकर तब जब दुश्मन देश अलग ही राग अलाप रहा हो! और नहीं तो चीन से ही सबक लीजिये जिसने गलवान में अपने हताहत सैनिकों का खुलासा किया ही नहीं और जो भी पता चला, कालांतर में ही चला!
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
महानगरों में दिखते हैं भारत की नव-उदारवाद नीति के दो चेहरे
30 वर्षों से ज्यादा बीतने के बाद अगर हम आज एक नजर में देखें तो, भारत दुनिया की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर से ज्यादा है, आज 8 करोड़ से ज्यादा भारतीय आयकर देते हैं. 1991 में जहां भारत की प्रति व्यक्ति आय महज 303 डॉलर थी.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
कांग्रेस अध्यक्ष कोई यूएन महासचिव जैसा पद तो है नहीं - फिर थरूर चुनाव क्यों लड़ रहे हैं?
शशि थरूर (Shashi Tharoor) अपने आजाद ख्याल की वजह से ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने चूक गये. भला अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के मुकाबले उसी थरूर को गांधी परिवार क्यों स्वीकार करेगा - और ऐसी हालत में वो कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) का चुनाव क्यों लड़ रहे हैं?
सियासत | बड़ा आर्टिकल
क्या CBI किसी भटकती आत्मा की तरह अरविंद केजरीवाल का पीछा कर रही है?
मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के घर पर छापेमारी के लिए केंद्र की मोदी सरकार को खरी खोटी सुना कर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) संतोष कर सकते हैं - अगर कुछ गलत नहीं किया है तो भी सीबीआई (CBI) को स्वायत्तता मिलने तक निजात नहीं मिलने वाली है.
इकोनॉमी | बड़ा आर्टिकल
रूल तो कांग्रेस राज में भी बदला गया था, अडानी नहीं माल्या की कहानी से समझिए समाज विरोधी नियत!
आज अडानी के मसले पर राहुल गांधी ने संसद में पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. बात दूसरी है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा जो इससे पहले वे कह ना चुके हों. मुख्य रूप से उन्होंने नियमों में फेरबदल करने और अडानी के अनुभव पर सवाल उठाया. लेकिन विजय माल्या जैसा ब्लंडर करने वाले राहुल के तमाम सवाल हवा हवाई नजर आ रहे थे.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
सर्जिकल स्ट्राइक का दिग्विजय सिंह ने सबूत मांगा था, और ट्रंप के मंत्री ने दे दिया
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान से दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को भले ही निराश होना पड़ा हो, लेकिन अमेरिका के विदेश मंत्री रहे माइक पॉम्पियो (Mike Pompeo) की किताब में सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र कांग्रेस नेता की जिज्ञासा शांत जरूर कर सकता है.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें
वीर सावरकर का सियासी दल विरोध कर सकते हैं, लेकिन भारत की जनता नहीं!
2002 में विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न के रूप में सम्मानित करने का वादा वाजपेयी के शासन के दौरान सामने आया था, लेकिन राष्ट्रीय नाराजगी के बाद इसे खारिज कर दिया गया था. पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय मनमोहन सिंह ने साल 2005 में अंडमान निकोबार के हवाई अड्डे का नाम बदलकर वीर सावरकर कर दिया था.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
राहुल गांधी ने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने का कार्यक्रम सरप्राइज विजिट जैसा क्यों बनाया?
पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) शुरू करने से पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का मत्था टेकने के लिए स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) का कार्यक्रम बनाना भी भारत जोड़ो यात्रा के तहत मंदिर और दरगाहों के दौरे जैसा ही है, मुद्दा नाजुक होने की वजह से बवाल तो होना ही था.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
राहुल गांधी को समझना होगा कि मोदी के खिलाफ अदानी के इस्तेमाल में क्या लोचा है
गौतम अदानी (Gautam Adani) के राजस्थान में निवेश को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान से जो कन्फ्यूजन हुआ था, वो बढ़ता जा रहा है - क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ अपना केस मजबूत करने के लिए वो अदानी का इस्तेमाल करते हैं?
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
जब यूपीए सरकार में भारत-चीन सीमा टकराव की रिपोर्टिंग करने वाले दो पत्रकारों पर FIR हुई थी!
सवाल है, तत्काल सेना या सरकार के वर्ज़न को कॉन्ट्रडिक्ट क्यों किया जाए? खासकर तब जब दुश्मन देश अलग ही राग अलाप रहा हो! और नहीं तो चीन से ही सबक लीजिये जिसने गलवान में अपने हताहत सैनिकों का खुलासा किया ही नहीं और जो भी पता चला, कालांतर में ही चला!
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
महानगरों में दिखते हैं भारत की नव-उदारवाद नीति के दो चेहरे
30 वर्षों से ज्यादा बीतने के बाद अगर हम आज एक नजर में देखें तो, भारत दुनिया की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर से ज्यादा है, आज 8 करोड़ से ज्यादा भारतीय आयकर देते हैं. 1991 में जहां भारत की प्रति व्यक्ति आय महज 303 डॉलर थी.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
कांग्रेस अध्यक्ष कोई यूएन महासचिव जैसा पद तो है नहीं - फिर थरूर चुनाव क्यों लड़ रहे हैं?
शशि थरूर (Shashi Tharoor) अपने आजाद ख्याल की वजह से ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने चूक गये. भला अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के मुकाबले उसी थरूर को गांधी परिवार क्यों स्वीकार करेगा - और ऐसी हालत में वो कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) का चुनाव क्यों लड़ रहे हैं?
सियासत | बड़ा आर्टिकल



